मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर
मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है? (What is Mechanical Engineer)
मैकेनिकल इंजीनियरिंग सबसे पुराने और व्यापक विषयों में से एक इंजीनियरिंग विषय है. यह मशीन्स और टूल्स की डिजाइनिंग, प्रोडक्शन और ऑपरेशन के लिए हीट और मैकेनिकल पॉवर के उत्पादन और इस्तेमाल से संबद्ध है. इस फील्ड में करियर शुरू करने वाले छात्रों के लिये यह बहुत जरुरी है कि उन्हें कोर कन्सेप्ट्स जैसेकि, मैकेनिक्स, कीनेमेटीक्स, थर्मोडायनामिक्स, मेटीरियल साइंस, स्ट्रक्चरल एनालिसिस आदि की अच्छी समझ होनी चाहिए. इन कोर्सेज में मुख्यतः टेक्निकल एरियाज जैसेकि जनरेटर्स के माध्यम से इलेक्ट्रिसिटी का डिस्ट्रीब्यूशन, ट्रांसफार्मर्स, डिजाइनिंग, इलेक्ट्रिक मोटर्स, ऑटोमोबाइल्स, एयरक्राफ्ट और अन्य हैवी व्हीकल्स शामिल हैं.
मैकेनिकल इंजीनियर्स क्या करते हैं?
मैकेनिकल इंजीनियरिंग आपके जीवन के तकरीबन हरेक पहलू को प्रभावित करती है. अधिकांश चीज़ें, जो हम अपनी रोजाना की जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं, उन्हें मैकेनिकल इंजीनियर्स ही डिज़ाइन और डेवलप करते हैं. उदाहरण के लिए, माइक्रो-सेन्सर्स, कंप्यूटर्स, ऑटोमोबाइल्स, स्पोर्ट्स इक्विपमेंट, मेडिकल डिवाइसेज, रोबोट्स और कई अन्य वस्तुएं. हमारे जीवन को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए इन नई डिवाइसेज और इक्विपमेंट से मदद मिलती है.
इंजीनियर का ये एक एशा ब्रांच है जो सबसे पुराण और सबसे top ब्रांचो में से एक इसके अंदर स्टूडेंट को वो हर चीज theory और practical knowledge दी जाती है जो उसे mechanical engineer में चाहिए होती है और इस के अंदर खास बात ये है की आपको इसमें सबसे जायदा प्रैक्टिकल ज्ञान दिया जाता है.
यानी की मशीन कैसे बनती है मशीन तैयार कैसे होती है और कैसे मशीन ख़राब होती है मशीन की स्ट्रक्चर कैसे तैयार होती है और कोई भी कंपनी किसी चीज को कैसे बनाती है ये सारा ज्ञान आपको इस कोर्स में दिया जाता है जिससे आप एक बेहतर इंजीनियर बन पाते है।
अगर आपको मशीन से लगाओ बहुत जायदा रहता है आपको किसी मशीन को बनाने में बड़ा मज़ा आता है तो ये कोर्स आपके लिए बेस्ट हो सकता है लेकिन दोस्तों इसके अंदर आपको मेहनत बहुत करना होगा अगर आप एक होनहार मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते हो तो.
मैकेनिकल इंजीनियर्स के लिए करियर प्रॉस्पेक्ट्स
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में कई अन्य कार्यों के साथ ही मशीन्स की डिजाइनिंग और टेस्टिंग के विभिन्न पहलू शामिल हैं. इस जॉब में विभिन्न फ़ील्ड्स जैसेकि, थर्मल पॉवर प्लांट्स, न्यूक्लियर स्टेशन्स, इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन आदि में लाइव प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग और सुपरविज़न के कार्य आते हैं. इस फील्ड में रिन्यूएबल एनर्जी, ऑटोमोबाइल्स, क्वालिटी कंट्रोल, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन आदि कुछ नई और ऐमर्जिंग फ़ील्ड्स हैं. इंजीनियरिंग में अंडरग्रेजुएट डिग्रीज प्राप्त करने के बाद छात्रों के लिए मैन्युफैक्चरिंग, प्रोडक्शन, सर्विसेज और डेवलपमेंट की विभिन्न फ़ील्ड्स में जॉब के काफी अच्छे अवसर मौजूद हैं. आजकल हम मशीन्स के युग में जी रहे हैं और जहां एक मशीन है, वहां एक मैकेनिकल इंजीनियर की जरूरत है. इसलिये, मैकेनिकल इंजीनियर्स के लिए कभी भी जॉब ऑप्शन्स की कमी नहीं हो सकती है.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मुख्य विषय
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में शामिल कुछ मुख्य विषय निम्नलिखित हैं:
• कम्प्यूटेशनल फ्लुइड डायनेमिक्स एंड हीट ट्रांसफर
• कंप्यूटर एडेड डिजाइन ऑफ़ थर्मल सिस्टम
• फंडामेंटल्स ऑफ़ कास्टिंग एंड सॉलिडीफिकेशन
• इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड ऑपरेशन रिसर्च
• मॉडलिंग ऑफ़ टरबूलेंट कम्बस्शन
• प्रिंसिपल ऑफ़ वाइब्रेशन कंट्रोल
• रेलरोड व्हीकल डायनामिक्स
• रोबोट मैनिपुलेटर्स डायनामिक्स एंड कंट्रोल
• ट्रांजीशन एंड टर्बुलेंस
• वेव प्रोपेगेशन इन सोलिड्स
मैकेनिकल इंजीनियर्स के लिए लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल्स
मैकेनिकल इंजीनियर्स अपने स्पेशलाइजेशन के आधार पर बहुत-सी इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं. मैकेनिकल इंजीनियर्स के लिए कुछ पसंदीदा जॉब प्रोफाइल्स निम्नलिखित हैं:
आर्किटेक्चरल एंड इंजीनियरिंग मैनेजर्स
आर्किटेक्चरल और इंजीनियरिंग मैनेजर्स आर्किटेक्चरल और इंजीनियरिंग कंपनियों में प्लानिंग, डायरेक्टिंग, मैनेजिंग और कोआर्डिनेटिंग एक्टिविटीज से संबद्ध कार्य करते हैं.
ड्राफ्टर्स
इस जॉब में इंजीनियर्स और आर्किटेक्ट्स द्वारा बनाये गये डिज़ाइन्स को टेक्निकल ड्राइंग में बदलने के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना शामिल है ताकि माइक्रोचिप्स और स्काईस्क्रेपर्स जैसी चीज़ों को डिज़ाइन करने में मदद मिल सके. कोई भी उम्मीदवार आर्किटेक्चर, सिविल, इंजीनियरिंग, मैकेनिकल एवं अन्य संबद्ध फ़ील्ड्स में स्पेशलाइजेशन कर सकता है.
मेटीरियल इंजीनियर्स
इस प्रोफाइल में नये मेटीरियल्स बनाने के लिए मेटल्स, सिरेमिक्स, प्लास्टिक, कंपोजिट्स, नैनोमेटीरियल्स और विभिन्न अन्य वस्तुओं की प्रॉपर्टीज और स्ट्रक्चर की स्टडी की जाती है. एक मेटीरियल इंजीनियर के तौर पर आप माइक्रोचिप्स से एयरक्राफ्ट्स विंग्स तक और गोल्फ क्लब्स से बायोमेडिकल डिवाइसेज आदि तक प्रोडक्ट्स की व्यापक रेंज तैयार करने के लिए इस्तेमाल होने वाले मेटीरियल्स की प्रोसेसिंग, टेस्टिंग और डेवलपिंग से संबद्ध कार्य भी करेंगे.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग टेकनीशियन्स
मैकेनिकल इंजीनियरिंग टेकनीशियन्स विभिन्न मैकेनिकल डिवाइसेज को डिज़ाइन करने, डेवलप करने, उनकी मैन्युफैक्चरिंग और टेस्टिंग में मैकेनिकल इंजीनियर्स की सहायता करते हैं. आपको रफ लेआउट्स बनाने, डाटा एनालाइसिंग और रिकॉर्डिंग, कैलकुलेशन्स करने, एस्टिमेट्स लगाने और प्रोजेक्ट्स के नतीजों की रिपोर्टिंग से संबद्ध कार्य करने होंगे.
न्यूक्लियर इंजीनियर्स
न्यूक्लियर इंजीनियर्स हमारे फायदे के लिए न्यूक्लियर एनर्जी और रेडिएशन का इस्तेमाल करने के लिए उपयोगी प्रोसेस और सिस्टम्स के रिसर्च और विकास कार्य करते हैं.
पेट्रोलियम इंजीनियर्स
एक पेट्रोलियम इंजीनियर के तौर पर आपको ऑयल डिपॉजिट्स से ऑयल और गैस निकालने के लिए विभिन्न मेथड्स को डिज़ाइन और डेवलप करने से संबद्ध कार्य करने होंगे.
फिजिसिस्ट्स एंड एस्ट्रोनोमर्स
फिजिसिस्ट्स एंड एस्ट्रोनोमर्स एनर्जी और मैटर के इंटरेक्शन के विभिन्न रूपों के तौर-तरीकों की स्टडी करते हैं. कुछ फिजिसिस्ट्स पार्टिकल एक्सेलरेटर्स, इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप्स, लेज़र्स आदि जैसे सोफिस्टिकेटेड इक्विपमेंट को डिज़ाइन करते हैं और उन के साथ एक्सपेरिमेंट्स भी करते हैं.
सेल्स इंजीनियर्स
सेल्स इंजीनियर्स विभिन्न बिजनेसेज को जटिल साइंटिफिक और टेक्नोलॉजिकल प्रोडक्ट्स बेचते हैं. एक सेल्स इंजीनियर के तौर पर आपको अपने प्रोडक्ट, इसके पार्ट्स और कार्यों की काफी अच्छी जानकारी होनी चाहिए. आपको प्रोडक्ट के कामकाज में शामिल वैज्ञानिक प्रक्रिया की अच्छी समझ भी होनी चाहिए.
लोकप्रिय रिक्रूटर्स
गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर्स में मैकेनिकल इंजीनियर्स को जॉब के बढ़िया अवसर ऑफर करने वाले कुछ लोकप्रिय रिक्रूटर्स के नाम नीचे दिए जा रहे हैं:
गवर्नमेंट सेक्टर
• भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल)
• नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी)
• इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो)
• डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ)
• कोल इंडिया
• इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (ईसीआईएल)
• हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल)
• स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल)
प्राइवेट सेक्टर
• टाटा मोटर्स
• बजाज ऑटो
• हीरो मोटोकॉर्प
• लेलैंड मोटर्स
• फोर्ड मोटर कंपनी
• होंडा मोटर कंपनी
• भाभा एटॉमिक रिसर्च सेटर (बीएआरसी)
Short term courses after mechanical engineering are –
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- AutoCAD 2D & 3D
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- Ansys
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- Pro/E
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- CNC Training
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- Catia
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- CAD/CAM Training
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- Unigraphics
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- Boiler Operator Training
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- Diploma in Tool Design
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- RADIOSS Training
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- Mechatronics and Robotics Diploma
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- Fire & Safety Course
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- Piping Design Training
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- PG Safety
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- HyperMesh Training
long-term courses offered by various universities :
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- Certification in CAD/CAM
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- Certification in Tool Design
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- Post Diploma Course in Tool, Die & Mould Design
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- Advanced Diploma in Tool & Die Making (ADTDM)
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- B.Tech (Mechatronics)
मैकेनिकल इंजीनियर की सैलरी
दोस्तों अगर आप एक मैकेनिकल इंजीनियर बन जाते हो तो आपकी सैलरी कम से कम 20 हजार से 40 तक हो सकती है ये एक स्टार्टिंग सैलरी है और आप एक जूनियर इंजीनियर हो तो आपको कम से कम 10 हजार से 20 हजार तक हो सकती है और जैसे जैसे आपका एक्सपेरिएंस बढ़ते जायगा आपकी सैलरी भी बढ़ते जायगी.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में करियर
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के टॉप 5 कंपनियां
टाटा ग्रुप
किर्लोस्कर ग्रुप
गोजरेज ग्रुप
लार्सन एंड टुब्रो ग्रुप
थिसेन क्रुप
List of Business Ideas in Mechanical Engineering Field
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