22 मार्च रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’
PM Modi Demands Janta Curfew To Fight Corona
कोरोना वायरस को लेकर दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है. भारत में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहीं हिंदुस्तान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 4 हो चुकी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के मुद्दे पर देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इस रविवार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करने की बात कही है., कई शहरों में धारा 144 लागू।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि ये मत सोचिए कि सबकुछ ठीक है। वैश्विक महामारी से निश्चिंत होने की ये सोच ठीक नहीं है। मैं आज 130 करोड़ देशवासियों से ये मांगने आया हूं। मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए। मैं आपका समय मांगता हूं। विज्ञान अभी तक इसकी कोई दवाई या टीका नहीं बना पाया है। हर भारतवासी को सतर्क रहना जरूरी है।
उन्होंने कहा, सभी केंद्र व राज्य सरकारों के दिशा-निर्देशों का पालन करें। संकल्प लें कि हम खुद संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी बचाएंगे। ऐसे समय में एक ही मंत्र काम करता है। हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ। हमारा संकल्प और संयम इस वैश्विक बीमारी से बचाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च यानी रविवार को पूरे देश में ‘जनता कर्फ्यू’ लागू रहेगा. सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक कोई घरों से बाहर न निकले. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग जरूरी सेवाओं में हैं वही बाहर आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि नागरिक होने के नाते हमारा यह आत्मसंयम इसके अनुभव आने वाले चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे. इसके लिए उन्होंने राज्य सरकारों से भी अपील की है. माना जा रहा है प्रधानमंत्री मोदी उस चेन को तोड़ना चाहते हैं जिससे इस बीमारी को लेवल-3 तक फैलने से रोका जा सके.
22 March Janta Curfew To Fight Corona
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रोजाना 10 लोगों को फोन कर जनता कर्फ्यू के बारे में बताएं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताएं. मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं. मेरा एक और आग्रह है कि हमारे परिवार में जो भी सीनियर सिटिजन्स हैं, 65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति हैं, वे आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें.
अस्पताल बहुत जरूरी होने पर ही जाएं
पीएम ने कहा कि संकट के समय में आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर, हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव निरंतर बढ़ रहा है. इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं, उतना बचें. जरूरत पड़ने पर फोन पर डॉक्टर की सलाह लें. ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है.
22 March Janta Curfew To Fight Corona
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहे 10 बड़ी बातें
१ . पूरा विश्व इस समय संकट के गंभीर दौर से गुजर रहा है। आम तौर पर जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ देश या राज्यों तक सीमित रहता है। लेकिन इस संकट ने पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है, आवश्यक सावधानियां बरती हैं.
२. लेकिन, बीते कुछ दिनों से ऐसा भी लग रहा है जैसे हम संकट से बचे हुए हैं, सब कुछ ठीक है. वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की ये सोच सही नहीं है. इसलिए, प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना, सतर्क रहना बहुत आवश्यक है.
३. आपसे मैंने जब भी, जो भी मांगा है. मुझे कभी देशवासियों ने निराश नहीं किया है. मैं 130 करोड़ देशवासियों से आपसे, कुछ मांगने आया हूं. मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए, आपका आने वाला कुछ समय चाहिए.
४. मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें. जितना संभव हो सके, आप अपना काम, चाहे बिजनेस से जुड़ा हो, ऑफिस से जुड़ा हो, अपने घर से ही करें.
५. मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं. ये है जनता-कर्फ्यू. जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू इस रविवार, यानि 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करना है. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है.
६. पिछले 2 महीनों से लाखों लोग अस्पतालों, एयरपोर्ट, शहरी की गलियों में दिन-रात काम में जुटे हुए हैं. चाहे डॉक्टर, नर्स, सफाई कर्मचारी, एयरलाइंस कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी, रेलवे-बस कर्मचारी, होम डिलीवरी करने वाले लोग, ये अपनी परवाह न करते हुए दूसरों की सेवा में लगे हुए हैं.
७. मैं चाहता हूं कि 22 मार्च रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें. रविवार को ठीक 5 बजे हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें. पूरे देश के स्थानीय प्रशासन से भी मेरा आग्रह है कि 22 मार्च को 5 बजे सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाएं. ‘सेवा परमो धर्म’ के हमारे संस्कारों को मानने वाले ऐसे देशवासियों के लिए हमें पूरी श्रद्धा के साथ अपने भाव व्यक्त करने होंगे.
८. संकट के इस समय में आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर, हमारे अस्पतालों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है. इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं उतना बचें. कोरोना महामारी से उत्पन्न हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार ने एक कोविड-19 इकोनॉमिक रिस्पांस टास्क फोर्स (COVID-19-Economic Response Task Force) के गठन का फैसला लिया है.
९. मैं देशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं. ये सप्लाई कभी रोकी नहीं जाएगी। देशवासी जरूरी सामान संग्रह करने की होड़ न लगाएं.
१०. संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत, उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखेंहो सकता है आने वाले दिनों में ये लोग दफ्तर न आ पाएं, आपके घर न आ पाएं. ऐसे में उनका वेतन न काटे, पूरी मानवीयता और संवेदनशीलता के साथ फैसला लें. हमेशा याद रखिएगा कि उन्हें भी अपना परिवार चलाना है, परिवार को बीमारी से बचाना है.
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