सांपों से इंसान में पहुंचा Corona Virus
coronavirus come from a snakes
यह वायरस एनिमल्स से संबंधित है और मीट के होल सेल मार्केट, पोल्ट्री फर्म, सांप, चमगादड़ या फर्म एनिमल्स के जरिए ह्यूमन में आया है। इसके बाद इस वायरस का जेनेटिक डिटेल्स बेस्ड एनालिसिस किया गया। जानवरों से संबंधित अलग-अलग स्पेसीज के वायरस के साथ इसका मिलान कर इसे इंवेस्टिगेट किया गया। शोध में सामने आया कि करॉन वायरस एक पेथॉजन है। पेथॉजन एक तरह का इंफेक्शन एजेंट है, जो बीमारिया प्रड्यूस करने का काम करता है। इसे आप आम भाषा मे जर्म्स के तौर पर भी समझ सकते हैं।
करॉन वायरस इंसानों में आने से पहले सांपों में था। यानी यह सांपों से इंसान में आया है। माना जा रहा है कि इंसानों में फैलनेवाला वायरस वायरल प्रोटीन के साथ रिकॉम्बिनेश के जरिए बना है। यह वायरल प्रोटीन वायरस को बॉडी की प्रोटीन सेल्स पर वाइंड करता है, जो इसके लिए रिसेप्टर का काम करती हैं। इससे व्यक्ति संक्रमित हो जाता है।
coronavirus come from a snakes
करॉन वायरस का संबंध स्नेक्स यानी सांपों से हो सकता है। इस बात की पूरी संभावना होने के बाद माना जा रहा है कि यह वायरस सांपों से पानी में रहनेवाले उन जीव-जंतुओं तक पहुंचा, जिन्हें हम बतौर सी-फूड इस्तेमाल करते हैं। इस वायरस के ताजा केस दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में सामने आए और अब यह धीरे-धीरे चीन के दूसरे शहरों सहित अन्य देशों में भी फैलने लगा है।
आज करॉन वायरस को लेकर दुनियाभर के सभी देश परेशान हैं। यह वायरस भले ही चीन से शुरू हुआ हो लेकिन सी-फूड और ह्यूमन टु ह्यूमन ट्रांसफर के चलते यह रोग अलग-अलग देशों के कई लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। अभी तक इस वायरस का कोई पुख्ता इलाज इजात नहीं किया जा सका है। इसलिए सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव का तरीका है।
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