हे न ये एकदम चौका देने वाली बात. खबर का शीर्षक पढ़ने के बाद ही आपके मन में ये सवाल आया होगा की दिनकी आमदनी ९८ रूपये होने वाले मजदुर को ३.५ करोड़ GST भरने का नोटिस कैसे आया होगा।
ये मामला झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में सामने आया हे। जिस मजदुर को ये। ३.५ करोड़ का GST भरने का नोटिस आया हे उसका नाम हे लदुम मुर्म। उम्र ४८ साल। लदुम मुर्म एक मजदुर हे जो हर रोज मनरेगा पे काम करते हे और उन्हें दिनके ९८ रूपये मिलते हे।
अब आप ही सोचिये की भला एक इंसना ९८ रूपये दिनके कमाता हे यानि महीने के ३ हजार के आसपास फिर हो ३.५ करोड़ का GST कैसे भर पायेगा। और उसे GST का नोटिस आया ही कैसे।
जब लदुम मुर्म को ये ३.५ करोड़ का नोटिस आया तो उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया। और जब जवाब ना मिलने पर उनके घर पुलिस पहुंची तब उन्हें GST के नोटिस की गभीरता समाज आयी। लदुम ने पुलिस का बताया की वो दिनभर काम करके महज कुछ पैसे कमा पाता हे तो वो ये इतनी GST कहासे भर पायेगा।
पुलिस के छानबीन के दौरान पता चला की लदुम मुर्म के पैन कार्ड से एक कंपनी का GST वाणिज्य कर विभाग में आवंटित कर दिया हे. जो गैर क़ानूनी हे। जिसे कम्पनी ने फर्जी तरीके से इस्तमाल किया हे। इसे सवाल अधिकारियो पे भी उठ रहा हे की उन्होंने कागजात की छानबीन बिना GST कैसे दिया।
जिस कंपनी का ये GST हे उनके असली मालिकों को पुलिस खोज रही हे। पता चलता हे की २०१८-२०१९ में इस कंपनी ने इ वे बिल से ५ करोड़ का स्टील बेचा हे। जिसका GST भुगतान नहीं किया गया।